Tuesday 20 March 2012

छोटा कद बड़ा व्यक्तित्व....लिलिपुट जी

LILIPUT JI...
सिनेमा जगत के जाने माने हास्यकलाकार और सैकड़ों लोगों के चहरे  की मुस्कान कहे जाने वाले लिलिपुट जी से शनिवार यानि तीन मार्च 2012 की शाम। इंडियन फिल्म एवं टेलीविजन इस्टीट्यूट,मेरठ  में उनसे मुखातिब होने का मौका मिला। तो जाना कि कोई व्यक्ति अपने काम से इतना भी संतुष्ठ हो सकता है। न चहरे पर सिकन न कुछ खोने की चिंता, मस्ता मौला रहना। सभी को गुद-गुदाते देखना शायद उनके व्यक्तित्व में शामिल है।
 लिलिपुट जी एक छोटी कद काठी वाले हास्य किस्म के व्यक्ति है जो सोते, जागते, उठते,  बोलते, चलते, फिरते, लोगों से बतियाते वक्त कब किस बात को पकड़ ले कुछ पता नहीं। हर वक्त हर जगह लोगों के चहरे पर सदैव मुस्कान चाहने वाले एक छोटे कद में बड़े व्यक्तित्व की वें मिशाल हैं। बड़े- छोटो में न कोई फर्क न कोई बड़प्पन की दीवार। न मान सम्मान की इच्छा जब जैसा मन किया उस पल को जी लेने वाले व्यक्ति हैं लिलि जी । उन्हें देख ऐसा लगा कि वें हर पल को जी लेना चाहते है।जीवन के  हर पल,हर लम्हा में रंग भरना चाहते है। फकत एक छोटा का अरसा भी चुप रहना गवारन नहीं समझने वाले हर मॉमेंट को इंजाय करने की उनकी इच्छा लिए हमेशा इधर-उधर डौलने वाले लिलि जी को अपने बीच देख हम आज खुश हैं।
  सफलता का पैरामीटर और मंजिल का रास्ता उन्हें देख स्वयं को छोटा महसूस करने लगता है। कुछ अगल कर लेने की आशा और विश्वास भरी मुस्कान ......सालों से विरान पड़ी जड़ों की तरहा सावन आने पर हरे भरे भीगते हुए मौसम में खुशहाल मस्ती में झूमते हुए विशाल पेड़ की तरहा लगते है।जो कि गर्मी आने पर हजारों पथिक की  निस्वार्थ भाव से छांव दे थकान दूर करता है। ऐसे लोगों को देख हममें आत्मविश्वास कई गुना बढ़ जाता है। जिन्होंने अपनी कमजोरी को इतनी मजबूती से पेंश किया की वह हास्य का विषय न बन होकर एक पहचान बन गए। आप से एक छोटी मुलाकात हमारी बड़ी याद बन गई......
                                                                                                                -    सुरेंद्र कुमार अधाना 

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