दुश्मनी का सफर, एक कदम-दो कदम।
तुम भी थक जाओगे, हम भी थक जाएंगे।।
तुम भी थक जाओगे, हम भी थक जाएंगे।।
यह ब्लॉग एक विचारधारा है। जिसमें लेखक की अनुभूति है, विचार है, भावनाएं हैं, संवेदनाएं हैं और अधिकारों को सचेत करने की आशा है।
भारत गावों का, किसान का देश है। भारत जब आज़ाद हुआ तो वह खण्ड-2 था, बहुत सी रियासतें, रजवाड़े देश के अलग-अलग भू-खण्डों पर अपना वर्चस्व जमाएं ...
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